निकल पड़ ! भूल,कल की बातें, नवयुग को स्वीकार कर। निकल पड़ ! भूल,कल की बातें, नवयुग को स्वीकार कर।
मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओर !! पूर् मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओ...
जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें। जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें।
देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने । देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने ।
भारत ने फ़िर से एक नई पहचान दिलाई सूखी व कीचड़ वाली सड़के कंक्रीट और तारकोल से बनाई। भारत ने फ़िर से एक नई पहचान दिलाई सूखी व कीचड़ वाली सड़के कंक्रीट और तार...
आज बच्चे पिता को वृद्धाश्रम छोड़ कर आते हैं ! आज बच्चे पिता को वृद्धाश्रम छोड़ कर आते हैं !